विधानसभा 2.0: बिहार में पहली बार डिजिटल सत्र और शपथ

विधानसभा 2.0: बिहार में पहली बार डिजिटल सत्र और शपथ

बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज एक नए डिजिटल स्वरूप में शुरू हुआ। इस बार सत्र की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि पूरा सिस्टम पेपरलेस था और सभी दस्तावेज, सवाल-जवाब और कार्यवाही डिजिटल फॉर्मेट में उपलब्ध थे। इसे बिहार की विधायी प्रक्रिया को आधुनिक, तेज और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

सत्र के पहले दिन 243 नए निर्वाचित विधायकों ने शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह का संचालन प्रोटेम स्पीकर ने किया। इस दौरान पहली बार विधायकों ने कागज़ों की जगह टैबलेट्स का उपयोग किया, जिसमें सभी दस्तावेज पहले से अपलोड थे।


डिजिटल सेटअप ने बदला विधानसभा का स्वरूप

इस बार विधानसभा में कई हाई-टेक सुविधाएँ स्थापित की गईं, जैसे:

  • सेंसर-बेस्ड माइक्रोफोन

  • बड़ी LED स्क्रीन

  • डिजिटल हाजिरी प्रणाली

  • हाई-स्पीड Wi-Fi

हर विधायक की सीट पर डिजिटल पैनल लगाया गया है, जिससे वोटिंग और चर्चा पहले से ज्यादा तेज और सटीक हो गई है।

सरकार का कहना है कि इस डिजिटल व्यवस्था से समय की बचत, पेपरवर्क का खत्म होना और पर्यावरण को फायदा होगा।


सत्र में आगे क्या होगा?

इस सत्र में कुछ अहम गतिविधियां होने वाली हैं:

  • 2 दिसंबर: स्थायी स्पीकर का चुनाव

  • 3 दिसंबर: राज्यपाल का संबोधन

इसके बाद रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था और विकास परियोजनाओं पर चर्चा होगी।


⚖️ राजनीतिक माहौल

हाल ही हुए चुनाव में NDA को मजबूत बहुमत मिला है, जिससे सरकार आत्मविश्वासपूर्ण नजर आ रही है। वहीं विपक्ष ने साफ संकेत दिया है कि वह सत्र में सक्रिय रहेगा और सरकार की नीतियों पर सख्त सवाल उठाएगा।


निष्कर्ष

आज का दिन बिहार विधानसभा के इतिहास में महत्वपूर्ण है। पहली बार सदन ने पूरी तरह पेपरलेस और डिजिटल प्रणाली अपनाई और नए विधायकों ने आधुनिक सेटअप में शपथ ली। यह आधुनिकरण भविष्य में बिहार की शासन प्रक्रिया को और स्मार्ट, तेज और प्रभावी बनाने में मदद करेगा।