बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने गुरुवार को अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। इस लिस्ट में पिछड़ी जातियों, पेशेवरों और साफ-सुथरी छवि वाले उम्मीदवारों पर खास जोर दिया गया है। पार्टी भ्रष्टाचारमुक्त और विकसित बिहार के मुद्दे को केंद्र में रखकर चुनाव मैदान में उतर रही है। सूत्रों के मुताबिक, पीके ने ऐसे उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी है जो समाज में विश्वसनीय और शिक्षित चेहरा रखते हों।
सूची में कई पूर्व नौकरशाह, डॉक्टर, वकील और शिक्षाविद शामिल हैं। इनमें प्रमुख नाम गणितज्ञ प्रो. केसी सिन्हा का है, जिन्हें पटना की कुम्हरार सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। वे लंबे समय तक विश्वविद्यालयों के कुलपति रह चुके हैं और उनकी किताबें तीन दशक से बिहार के स्कूलों में पढ़ाई जा रही हैं। वहीं, वरिष्ठ अधिवक्ता वाईबी गिरि, जो पटना उच्च न्यायालय में कई अहम मुकदमे लड़ चुके हैं, पार्टी की कानूनी समझ को मजबूती देंगे।
हिमाचल प्रदेश के पूर्व डीजीपी जेपी सिंह, जिन्होंने 2000 बैच के आईपीएस अधिकारी के रूप में सेवा दी थी, अब छपरा क्षेत्र में जन सुराज के लिए सक्रिय हैं। वहीं, डॉ. बी.बी. प्रसाद (ढाका) और उनकी पत्नी लंबे समय से सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं। मोतिहारी में क्लिनिक चलाने वाले यह चिकित्सक अत्यंत पिछड़ी जाति से आते हैं।
डॉ. अमित कुमार दास को मुजफ्फरपुर से उम्मीदवार बनाया गया है। वे जाने-माने चिकित्सक और समाजसेवी हैं। पूर्व डीजी (होमगार्ड) आरके मिश्रा दरभंगा से उम्मीदवार होंगे। उन्होंने कई पूर्व अफसरों को जन सुराज से जोड़ा है।
इसके अलावा, गोपालगंज की भोरे (SC) सीट से प्रीति किन्नर, करगहर से गायक रितेश रंजन, और नालंदा के अस्थावां से आरसीपी सिंह की बेटी लता सिंह को टिकट दिया गया है। इस लिस्ट से स्पष्ट है कि पीके ने सामाजिक विविधता और ईमानदार छवि को अपनी रणनीति का केंद्र बनाया है।